Pritesh Sharma
गुरुवार, 6 सितंबर 2012
भारतीय इतिहास में आचार्य भगवन शंकर के रूप में स्वयं भगवन शंकर (भोलेनाथ) एवं भगवांन वेदव्यासजी के रूप में भगवन विष्णु ने इस पृथ्वी पर अवतार धारण किया और धरती पर बाद रहे पाप, दुष्टाचार को खत्म किया।
1 टिप्पणी:
Unknown
13 मई 2014 को 6:34 am बजे
Lord Shiv Himself has incarnated on earth as Shankaraacharya
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